एक और गुफ़्तगू

वक़्त बदलता है ज़िन्दगी के साथ,
ज़िन्दगी बदलती है वक़्त के साथ,
वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,
बस अपने बदल जाते हैं वक़्त के साथ |
- मुश्ताक़


मंज़िल बदल जाते हैं वक़्त के साथ, ख़्वाहिश नहीं बदलती |
ख़ुराक़ बदल जाते हैं वक़्त के साथ, तलब नहीं बदलती |
पेशे बदल जाते हैं वक़्त के साथ, थकान नहीं बदलती |
तुम बदलोगे, दुनिया बदलेगी, नसीब होगा सिर्फ़ सिफ़र |
हंगाम बदल जाता है वक़्त के साथ, हालात नहीं बदलते |
- रामेश

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