मुलाक़ात - एक गुफ़तगू

यकीन रुख़सत के वक़्त फ़िर वसल का वादा
या मुलाक़ात के दरमियान जुदाई का ख़ौफ़
- आशिक़ा तन्हा
(मुश्ताक़ का आगे भेजा हुआ)

तुम बुलाती हो तो मुलाक़ात से मैं मुकर जाता हूँ
मेरे इश्क़ पर शक़ ना करो, पर रुख़सत से डर जाता हूँ
- मैं

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